तू प्यार का सागर है (२)
तेरी एक बूँद के प्यासे हम (२)
लौटा जो दिया तूने(२)
चले जाएंगे जहां से हम (२)
तू प्यार का सागर है.........
घायल मनन का पागल पंछी
उड़ने को बेक़रार (२)
पंख है कोमल(२)
आंख है धुंधली
जाना है सागर पार (२)
अब तू ही इसे समझा (२)
राह भूले थे कहाँ से हम (२)
तू प्यार का सागर है.......
इधर झूमके गाये ज़िन्दगी
उधर है मौत खड़ी (२)
कोई क्या जाने कहाँ है सीमा
उलझन आन पड़ी (२)
कानों में ज़रा कह दे (२)
के आये कौन दिशा से हम (२)
तू प्यार का सागर है.....
गीतकार: शैलेन्द्र
राग: दरबारी कानडा
गायक: मन्ना डे
फिल्म: सीमा
संकलन एवं प्रस्तुतकर्ता: डॉ भैरवसिंह राओल