योग
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तन मन को ये शांति दे, पहुंचाये आराम।
योगासन हम सब करे, रोज सुबह या शाम।।
जीवन सुखमय तुम करो, अपना करके योग।
सारी पीड़ा खत्म हो, मिट जाये सब रोग।।
प्रातः काल उठ कर करे, योगा का अभ्यास।
रोग दूर होगे सभी, हो जब नित्य प्रयास।।
रोज सुबह उठ कर करे, योगा, आसन ध्यान।
रोग निकट आये नहीं , औषधि इसको मान।।
चेतन मन को रख सदा, कर नित प्राणायाम।
प्रसन्न मन होगा सदा, होय सफल हर काम।।
Uma Vaishnav
मौलिक और स्वरचित