जिवन अेक पहेली
एक कहानी इस पार है
एक कहानी उस पार
ज़िंदगी तो इस ओर भी है
और बेशक उस पार
मैं जहां भी रहुं ज़िंदगी होगी
बस होगा नया अवतार
चाहे मेरा मैं हो, या मैं हो तेरा
जब तक मौजूद है अहंकार
मैं मिट नहीं सकता
चाहे कितने भी बदले संसार
यहां की कहानी खत्म होगी
वहां होगा नया किरदार
इस दो जहां के बीच में
सिर्फ एक पल है मौत का अंधकार
- दिलीप डांगी