जिस घरमें वृक्ष नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें पंछी परब,पंछी घर नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें चबूतर नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमे तुलसी नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें बच्चोंका खेलना नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें सुबह साम पूजा नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घर मेहमानोंका आना जाना नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें सभ्यता नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें स्वच्छता नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें पंछी घर बनाता नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें सूरज उगे तक जगे नहीं वो घर,घर नहीं l
जिस घरमें शान्ति नहीं वो घर,घर नहीं l
- वात्सल्य