तू ये ना समझ
तुझे यूँ छोड़ दिया है।
तड़पती है ये धड़कन
ये दिल तेरे नाम किया है।।
तेरी खुशियो के आगे मै मजबूर हो गई।
तुझे मिले मंजिल तेरी बस इसीलिए मै तुझसे दूर हो गई। ।
याद आ रहे है वो पल
तेरा वो हाथ पकड़कर खिलना
और माथे को चूम लेना।
आज फिर ये धड़कन जार-जार हो रही है।।
हाँ इन धड़कनो मे फिर वही रफ्तार हो रही है
मीरा सिंह
-Meera Singh