#HappyHoli
रंग-बिरंगी त्यौहारों का पैग़ाम आया
तंग-वंग गलियों में तुझे यूं देखा नहीं ।
चढ़ा है तेरी प्रीत का ऐसा गाढ़ा रंग
दुजा कोई रंग मुझे अबतक भाया नहीं ।
सबने लगाये रंग पर, तेरा रंग गया नहीं
तन-मन ऐसा मल दिया, कभी भूला नहीं ।
दिल पर लाल रंगने ऐसा कहर ढाया की
घाट घाट में धो..धो..कर, अब थका नहीं ।
लहू से गहरा, पलाश से पक्का ये रंग
इश्क़ की हसीन वादियों में धुला नहीं ।
क्या खूब मिलाकर तूने ऐसा लगाया की
अल्हड़ छोरा बावरा बनकर अब डूबा नहीं ।
-© शेखर खराड़ी
तिथि-१८/३/२०२२, मार्च