#इश्क़ की नगरी 3
में समझ सकूँ तेरी हर बात
इतना समझदार नहीं
तेरे इश्क़ के सिवा मुझे किसी से एतबार नहीं
जो है इश्क़ तुझे भी मुझसे
बस इतना सा बतला देना
बस एक बार होले से पलकों को झपका देना

-BD Vaishnav

Hindi Shayri by BD Vaishnav : 111788620

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