खिलखिलाती हुई हंसी नन्ही कली की बरकरार रहे।
नन्ही कली की जिंदगी सदाबहार रहे।
है कामना ईश्वर से हर नन्ही कली की
जिंदगी आबाद रहे।
ना बर्बाद हो यूं ही नन्ही कली की जिंदगी।
उसकी हसीन दुनिया में सदा ही बहार रहे।
नन्ही कली की कोंपले फूटते ही फूल बनकर
खुशियां बिखेरते रहे।
फूलों की पंखुड़ियां कांटों से न बिंध जाए कभी
ऐसी दुआ है ईश्वर से कि नन्ही कली सदा ही
हंसते और हंसाते रहे।
सच कहती हूं कि खिलखिलाती हुई हंसी से
हर किसी की जिंदगी में बसंत रहे।
दूर रहे जिंदगी से पतझड़ के मौसम
रहे हर पल जीवन में सुख के बसंत का मौसम।
-Anita Sinha