#Azadi । आज़ादी

आज़ादी के दीवाने हम,
आज़ादी को हम लायेंगे ।

हम घर में रहकर भी,
अनपढ़ नहीं कहलायेंगे,

पढ़ने की भी ज़रूरत नहीं ,
पास तो हम हो जायेंगे ।

बाज़ार नहीं हम जायेगे,
हम घर बैठे ही मँगायेंगे ।

मेहनत की भी ज़रूरत नहीं ,
कर , देने वाले खिलायेंगे।

आज़ादी के दीवाने हम,
आज़ादी को हम लायेंगे ।

आशा सारस्वत
19-01-2022

Hindi Poem by Asha Saraswat : 111778833
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