शीर्षक: मोहब्बत
मोहब्बत क्या है ? मुझसे पूछो तो
एक ख्याल का, मासूम अंदाज है
अगर ऐसा नजरिया हो, प्यार का
समझलों दिल पर फूलों का राज है
झुके हुए नयनों से, जब इंतजार हो
हर आहट पर अगर पलके बेकरार हो
जब लब हसीन चाहत के दावेदार हो
समझ लेना, प्यार के सही किरदार हो
अपनी वफ़ा को सदा गर्दिशों से बचाना
एतवार को ही प्यार की मंजिल समझना
साथ चलने का ये सफर होता बड़ा सुहाना
मेरे दोस्तों, प्यार को सदा प्यार ही देते रहना
जिंदगी मोहब्बत की ही, कोई निशानी होती
जज्बातों से मोहब्बत को, बड़ी परेशानी होती
सत्य यह भी है, मोहब्बत शक से बीमार होती
विश्वास की महक से, मोहब्बत सदाबहार रहती
✍️ कमल भंसाली
-Kamal Bhansali