करवाचौथ
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मेहंदी रचाई है हाथ में
पिया मन बसे साथ में
करवा चौथ का व्रत है
चाँद मुस्कुराया नाथ में।
प्रीत की रीत बड़ी निराली है
पिया के संग ही खुशहाली है
नयन ताकते साजन को ही
चाँदनी रात बड़ी मतवाली है।
रहता इंतजार इस रात का
ख्याल है हरेक बात का
चलनी से झाँकता है चाँद
मिलन अद्भुत सौगात का ।
आभा दवे
मुंबई