"""बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ"""
बेटी किससे बचानी है??---
मां की कोख में मरने से
दहेज के दानव से
विवाह पूर्व कुरूपता,मोटापे,कम लम्बाई से
वासना से भरे मानव दरिन्दों से
सड़क पर घूरती नजरों से
यौन हिंसा से
घरेलू हिंसा से
पुरुष प्रधान समाज की सोच से
लौग क्या कहेंगे से
और
कब तक बचानी है?
कितनी उम्र तक की बचानी है?
घर पर,सड़क पर,बस में,पार्क में और कहाँं कहाँ पर बचानी है??
ये भी कोई बता दे कि कैसे बचानी है और
किस-किस की बचानी है?
किनसे बचानी है?
दुखद गम्भीर प्रश्न ये है कि शिक्षित,सभ्य मानव समाज में बेटी क्यों बचानी पड़ रही है??क्यों??आख़िर क्यों??
-Aromatic Saurabh