हमारा हर शब्द हमारे मन, हमारी सोच की पहचान होता है,,
जो दिल में हो, शब्द ज्यादातर जुबां पर वही तो रहता है,,
हाँ,,ये सत्य है कि पूर्ण नहीं हूँ मै स्वयं में,इस धरा पर ,,,
परन्तु सही सिर्फ मैं, सिद्ध करने को ये जहाँ में,,,
यूँ ही,,हर पल हर क्षण किसी और को तो गलत कभी ना ये मन कहता है।
khushboo