पता नहीं इंसान,इंसान को कैसे भूल जाता हैं ....
कैसे बदल जाते हैं लोगों के टेस्ट, पसंद....
एक मैं हूं बचपन में मम्मी ने चाय पीने को दिया था....
और अब मेरी मम्मी भी मेरी चाय से परेशान हैं आज तक नहीं छोर पाया....।
एक कप चाय की कीमत तुम क्या जानो मम्मी जानी....
मेरे दिल का सकून होता है ये एक कप चाय☕....।
🤪🤪👻🤪🤪🤗😂😜😜😍😍