छेड़-छाड़ कुदरत से करके,
पूरी धरती को नष्ट करके,
सीमेंट कांक्रीट का जाल बिछाकर,
प्रकृति दत्त जंगल कटवाकर,
नदियों में लाशें बहाकर,
साथ में ज़हरीले रसायन मिलाकर,
मूक प्राणियों को सताकर,
उनको अपना निवाला बनाकर,
सड़क किनारे का हरा पेड़ कटवाकर,
बालकनी में एक पौधा लगाकर,
विश्व पर्यावरण दिवस मनाएं,
आओ हम अपने ही अस्तित्व को मिटाएं।
🖋️प्रज्ञा चांदना