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Pragya Chandna

Pragya Chandna Matrubharti Verified

@pragyachandna3020
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करी थी कभी जो कल्पनाएं, आज सभी वह साकार हुई,
भारतीय तिरंगा लहरा के, चांद की जमीं भी निहाल हुई।
#चंद्रयान_3

-Pragya Chandna

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कभी रंग-बिरंगी पतंगों से सजता था अपना चमन,
अब बिल्कुल ही सूना पड़ा है, देखो यह नील गगन।
थोड़ी बहुत फुर्सत मिले तो आ जाना अपनी छत पर,
हम तुम मिलकर फिर उड़ाएंगे, अपने सपनों की पतंग।

मकर संक्रांति एवं लोहड़ी की लख-लख बधाईयां।

-Pragya Chandna

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