My Sense-touch Poem..!!
हर अल्फ़ाज़ में sense छिपी होती हैं
हर लफ़्ज़ भी पहचान आपकी देता है
हर नज़र भी अनकही कहानी सुनाती है
जिस्म का हर आझाँ कुवँत परखता है
ज्ञानी जानता ज्ञान-तंतुऔ की परिभाषा
जो झँझोड़ता हर दिलों की धड़कनों को
रवानी-ए-अल्फ़ाज़ोकी लड़ी पीरों कर
जो क़लम 🖊से दिलों की गहराई छूतीं है
वक़्त आने पर रुख़ हवाओंके पलट देती है
इस्तेमाल ग़र ढंगसे ना हों अल्फ़ाज़ोका तो
लफ़्ज़ों की यही शमशीर दिल चीर देती है
सौ सोचो सौ बार फिर बोलो अल्फ़ाज़..!!
✍️🌲🌺🌴🖊🖊🖊🌴🌺🌲✍️