तेरा ख्याल मेरे मन से ना जाए,
तो मैं क्या करू,
तू ही बता तेरी याद वेहिसाब आ जाए,
तो मैं क्या करू,
हसरत ऐसी है तुझे एक नजर,
सामने देख कर छु लूं,
और किस्मत ये लम्हा ही ना लाए,
तो मैं क्या कारू..
ख़्वाब मेरा तेरे साथ समंदर देखने का
तेरी आंखों में डूब लूं,
तू ख्वाबों से एक पल भी ना जाए
तो मैं क्या करूं,