माता जी
माता जी जग कल्याण करो।
माता जी जग में प्यार हो।
माता जी जग में सार हो।
माता जी जग उपकार करो।
माया रानी तेरी महिमा फैली हुई दिग दिगंत है।
मां तुमसे ही कोरोना का अंत है।
माता रानी कोरोना से मुक्त करो।
मां महारानी अब जीवन में सुख शांति दो।
मां शेरावाली जगत का उद्धार करो।
भव से पार करो।
माता रानी अभय वरदान दो।
मां महामाया जन जन में प्रेम दो।
मां प्रेम की गंगा बहा दो।
मां महारानी प्रेम की भावना जागृत करो।
मां रोग व्याधि से ग्रस्त मानव को त्राण दो।
मां शेरावाली अब उन्मुक्त जीवन दो।
मां भवानी मंगल करो।
मां भवानी अब कष्टों का अंत करो।
मां कोरोना लाशों की कतार लगा रही है।
मां ये मानव को पिंजरे में कैद कर रही है।
मां ये चिंताओं के धुंए के बीच दैत्य की तरह अट्टहास कर रही है।
मां ये मुर्दाघरों में
अपना विस्तार कर रही है।
लाशों के अंग संग वास कर रही है।
कैसे हो निदान मां कोरोना काल से।
मां भवानी तेरे चरणों में प्रार्थना कर रहे हैं जी जान से।
डर ,भय और आतंक के साए में लोगों का आशियाना बना रही है।
घर घर में घूम घूम कर
लोगों के आबोहवा को
अशुद्ध कर रही है।
मां ये प्राणवायु में समाकर
हवाओं को विषैला बना रही है।
माता रानी रक्षा करो रक्षा करो।
संसार का उद्धार करो।
मनुष्य मनुष्य के बीच ये दरार पैदा कर रही है।
दो गज की दूरी और मास्क को भी ये अपना शिकार बना रही है।
सचमुच आज ये तो घर संसार में अपना डेरा डाल रही है।
-Anita Sinha