निगाहों से तुमको ना ओझल करेंगे
मोहब्बत है तुमसे मोहब्बत करेंगे
नहीं दूर इक पल भी होंगे हम तुमसे
मोहब्बत है तुमसे कसम से कसम से
ये दुनिया की बातें यह दुनिया ही जाने
हम तो हुए बस तुम्हारे दिवाने
खुद से ज्यादा तुम्हारी हीफाजत करेंगे
मोहब्बत है तुमसे मोहब्बत करेंगे
मुझसे ज्यादा मुझे वो समझने लगे हैं
उनकी चाहत में अब हम उलझने लगे हैं
तुम्हारी महक से महकने लगे हैं
तुम्हे पा के जानां बहकने लगे हैं
तुम्हारे लिए हम इबादत करेंगे
मोहब्बत है तुमसे मोहब्बत करेंगे
जो रूठोगे मुझसे मनाएंगे तुमको
रो कर मिलोगे हंसाएंगे तुमको
ये दुनिया है कैसी दिखाएंगे तुमको
सही राह चलना सिखाएंगे तुमको
गलत ना हो हमसे यह कोशिश करेंगे
मोहब्बत है तुमसे मोहब्बत करेंगे
ज्योति प्रकाश राय