कोरोना कहर
कोरोना का कहर जारी है।
बढ़ती जा रही महामारी है।
लाशों का सामूहिक संस्कार वक्त पर भारी है।
पहले ऐसा यदा कदा ही दिखाई देता था।
परन्तु व्याधियों ने अब तो परंपरा बना दिया है।
संस्कार का जगह हथिया लिया है।
लोगों को गजब भयावह दृश्य दिखा दिया है।
मौत के भयानक मंजर ने हवाओं को विषाक्त कर दिया है।
चारों ओर करुण क्रंदन और हाहाकार का दौर है।
आज सचमुच हवाओं में व्याधियों से आक्रांत लोगों का मातमी शोर है।
आज बेरोजगारी का दौर है।
रोग व्याधियों से
त्रस्त लोगों का शोर है।
-Anita Sinha