लिखने चले थे एक प्रेम कहानी
जिसमें ना हो पीड़ा ना बेवफाई की मेहरबानी !
ना घोड़े पर सवार ना सात समंदर पार ,
न मनमोहक सा कोई प्रलोभनीय राजकुमार
उपेक्षा रखें स्त्री बने चरणों की आराधना ,
समान अधिकार सह सम्मान स्वीकार करें आगमन ऐसी अभिलाषा !
सुंदर आंखें नहीं दृष्टि का मोल करें उसके नेत्र,
जिस्म ठुकरा कर जाने रूह की पहचान ,करें हृदय से स्नेह !
बिना अश्रु व्यथा समझे ,कठिनाइयों में न बने अनजान ,
प्रेम कभी कम ना हो ,विश्वास का पलड़ा रहे भारी हरदम !
जीवन न्योछावर कर एक दूजे का साथ रहे कायम ,
कल्पना के संसार में सफल हुई एक प्रेम कहानी !!
Urmi❤