जय माता रानी
सुर लोक से धरा पर आई माता महारानी भवानी।
मंगल गाओ री माता रानीददरबार सजाओ शेरावाली का।
बड़ा रुप सुहाना लागे
मेहरावाली का।
फूलों से सजाया दरबार।
आया आया आज माता रानी का नवरात्र का त्यौहार।
दुर्गा सप्तशती पाठ करें विधि विधान से।
माता रानी का चौका पुराएं हीरा मोती और लाल से।
अल्पना बनाओ मां का
भजन कीर्तन करो।
देवी पक्ष शुरू हो गया है।
माता के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु ,ढोल ढाक झांझर बजना शुरू हो गया है।
आओ भक्तों को माता रानी को मनाने चलिए।
ओ शेरावालिए
ओ मेहरा वालिए।ओ जोतावालिए।
बड़ा प्यारा लागे माता का दरबार। बड़ा सुहाना लागे माता रानी का श्रृंगार।
कर लो दर्शन कर लो दर्शन
माता के दरबार में भव्य आयोजन करें। चलो गरबा महोत्सव मनाएं।
फल फूल और नैवेद्य अर्पित करें।
धूप-दीप और इत्र चढ़ाएं।
नित नित तेरी आरती उतारें।
माता रानी महामाया।
शेरावालिए भवानी।
जगदम्बे दुःख दूर करने आई है।
हो जाएंगे संकट दूर।
माता रानी तो जग जननी जग कल्याणी है।
तुम ही हो अवलंब हे माता भवानी।
तेरे चरणों में शरणागति करेंगे हे महारानी।
जय माता दी जय माता दी जय माता दी।
कोटि-कोटि प्रणाम।
-Anita Sinha