प्यार बांटते चलो
हां जी बिल्कुल प्यार बांटते चलें।
प्यार में मग्न होकर प्यार की गंगा बहाते चलें।
प्रकृति ने रंग बिखेर दिए हैं।
आओ रंगों की दुनिया बनाने चलें।
मुश्किल में हो तो भी कोई बात नहीं।
दुःख दर्द को मिटाने चलो।
प्यार की सरिता बहाने चलो।
प्यार तो सागर है।
सागर आश्रय दाता है।
नदियों का विधाता हैं।
प्यार में कंजूसी नहीं दिखाते हैं।
आइए जग में प्यार ही प्यार के प्रसून खिलाते हैं।