મારું ગમતું જૂનું ગીત
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
तेरे पास रहके भी दूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
जब-जब तुम्हें भुलाया तुम और याद आए
जब-जब तुम्हें भुलाया हाँ तुम और याद आए तुम और याद आए
जाते नहीं हैं दिल से अब तक तुम्हारे साए
जाते नहीं हैं दिल से हाँ अब तक तुम्हारे साए
जब-जब तुम्हें भुलाया …
तुमसे बिछड़ के हमने दिल को बहुत सम्भाला
दिल को बहुत सम्भाला
गुलशन में ये न बहला आ
गुलशन में ये न बहला सहरा में भी सताए
तुम और याद आए
जब-जब तुम्हें भुलाया …
मरने की आरज़ू में हम जी रहे हैं ऐसे
मरने की आरज़ू में हो हम जी रहे हैं ऐसे
हम जी रहे हैं ऐसे
जैसे की लाश अपनी खुद ही कोई उठाए
तुम और याद आए
जब-जब तुम्हें भुलाया …