कुछ ऐसा भी किस्सा हुआ, जिसके साथ हम दिन भर रहते थे , आज उन दोस्तों से मिले भी एक अरसा हुआ ।
हसी मज़ाक और किसी की खिचाई दूर हो गई, घर मै बंद एक कॉल पे ज़िन्दगी हो गई ।
कल साथ खड़ा था, आज वो सिर्फ वीडियो काल की बात हो गई।
दूर तो कोई पास आ रहा है, बड़े दिनों बाद, कोई पराया याद आ रहा है।
-muffadal sadikot