सभी विद्वान साहित्यकारों के सामने सादर प्रस्तुत हैं, दीपावली पर कुछ दोहे, समीक्षार्थ 🙏🙏
🎆 दीपावली पर दोहे 🎆
ज्योतिपुंज दीपावली, खुशियों की सौगात।
रोशन करती जगत को, तम को देती मात।।
दीपक का संदेश है, दिल में भरें उजास।
घोर तिमिर का नाश हो, मन हो नहीं उदास।।
रिद्धि-सिद्धी और संपदा, लक्ष्मी का वरदान ।
दिवाली में पूजते, हम सब करते ध्यान।।
सदियों से दीपक जला, फैलाया उजियार ।
अंधकार का नाश कर, मानव पर उपकार ।।
हर मुश्किल की राह में, जलता सीना तान ।
राह दिखाता है सदा,जो पथ से अनजान ।।
दीवाली में दीप का, होता बड़ा महत्त्व ।
हर पूजा औ पाठ में, शामिल है यह तत्व।।
लक्ष्मी और गणेश जी, धन-बुद्धि का साथ।
दोनों के ही योग से, जग का झुकता माथ।।
मानवता की ज्योत से, नव प्रकाश की पूर्ति।
सबके अन्तर्मन जगे, दीपक की यह ज्योति।।
मनोज कुमार शुक्ल "मनोज"