चिड़ियों ने चहक कर
एक सन्देश सुनाया है
रश्मिरथी पर चढ़कर
एक नया आदेश आया है
सुरभित कर दो वसुंधरा को
फूलों ने सन्देश भिजवाया है
बीत गयी वो काली रात
आशाओं ने एक
नया दीप जलाया है
झिलमिल करता नन्हा दीपक
एक संदेश सुनाया है
लकेले ही लड़कर वो
अंधकार को हराया है
पतझड़ के बाद ही तो
नव वसंत लहराया है
निराशा के बाद ही तो
एक नयी आशा है
मधुर प्रभात ने सबके मन में
ये विश्वास जगाया है
एक नया सवेरा लेकर
सुमधुर प्रभात आया है
नवल प्रकाश से आलोकित करने
देखो दिवाकर स्वंय आया है।।
-Sakhi