अच्छा हूं या बुरा हूं
खूबसूरत या बेसुरा हूं
किसी की खातिर मै क्या हूं
फर्क कोई न पड़ता है
जब से जीना सीखा है
मै को आत्मसम्मान दिया है
मै को ही संवारा है
तपा तपा कर खुद को
मै को ही निखारा है
किसी की खातिर कुछ भी हूं
सस्ता हूं या कीमती हूं
कोई क्या जाने मुझको
किसके लिए कितना जरूरी हूं
मै एक कहानी ही अधूरी हूं
सबसे पहले
मै मेरे लिए तो जरूरी हूं ।
हां मै मेरे लिए तो जरूरी हूं।।
Arjuna Bunty