मैंने
एक वादा कर रखा है
जिंदगी से
गम और उदासी का
पहाङ क्यों न टूट पङे
कोई अपना भी यदि न मिले
कोई सपना भी गर टूटा मिलें
तो भी
अकेले चलने का हुनर रखूंगा
जिंदा और ज़िंदादिली के जहान को आबाद रखूंगा
इतिहास से सीखा हूँ
लङने मरने का सबक
वर्तमान और भविष्य में भी टकराने का साहस रखूंगा
जिंदा और ज़िंदादिली के जहान को आबाद रखूंगा ।।
-Anant Dhish Aman