# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .मंदिर "
# कविता***
दिल के मंदिर में ,तुझें सजाया है ।
तेरी मोहनी मूरत ,पर दिल आया है ।।
तेरी सुदंरता ने ,नयनों को लुभाया है ।
तेरी हंसी ने ,दिल को लुटा है ।।
तेरा साथ पाकर ,मन मयूर नाच उठा है ।
तेरा चाँद सा मुख ,दिल को भाया है ।।
तेरी तिरछी चितवन ,ने दिल मोहा है ।
तेरी सादगी पर ,दिल न्यौछवर किया है ।।
तेरी मीठी याद ,ने सब गमों को भुलाया है ।
तुझें पाकर ,मैंने स्वर्ग का सुख पाया है ।।
तुज जैसा कोई नहीं ,तेरे पर दिल आया है ।
तेरी मीठी बांसुरी ,ने दिल को मोह लिया है ।।
-Brijmohan Rana