मुसाफिर हुं में प्यार के सफर का,
मुझे कोई ओर ना डगर चाहिए;
देखले वो बस प्यार कि निगाहों से,
हमें प्यार कि एक नज़र चाहिए;
दिवाने हो गये तेरे प्यारमें इस कदर,
होंठों पर एक तेरा नाम चाहिए;
मील जाए दिल को चेनों शकुन,
दिल को ऎसा #आराम चाहिए;
सोच के #आराम से जवाब देना तुम,
मुझको ना तेरा इन्कार चाहिए;
दिल को मेरे मील जाए बस करार,
मुझको तेरा बस एकरार चाहिए;
#आराम