बेजाँन तो नही ,मेरी हयाति जहाँ
दर्द ए गम ,अहेसास मुजे होता है
जख्मी होना लाजिमी है इस जहाँ
मरहमी रुह से, जुडना भी होता है
कतई मांग नही दिल ओ जाँन से
देना जिंदगीमें दिल ए नूर होता है
मेरी अहेमियत तो ,कुछभी नही है
बेशक, जिंदादिल जज्बात होता है
मैं टुटकर बीखर भी ,जाँउ याराना
रुहानीयत से , दिल नूराना होता है