अब तो हम तेरे लिए अजनब हो गया
बातो के सिलसिले भी कम हो गया
खुशियो से जुआदा हमारे पास गम हो गया
क्या पता ये वक़्त बुरा है या बुरे हम हो गय
बड़ी हसीन थी ज़िंदगी..
जब ना किसीसे मुहब्बत ना किसी से नफ़रत थी!
ज़िंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मुहब्बत उससे हुई
और नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी.
मुहब्बत ज़िंदगी बदल देती है..
मिल जाए….तो भी..
ना मिले……..तो भी.. !
पत्थर से दिल लगाने से पहेले देख लेते,
की वो धड़क रहा हे के नही.
उनपर ऐतबार ना करते हम अगर,
तो ज़िंदगी मे ठोकर ना खाते हम कभी.
🙏