*न माँग कुछ जमाने से,*
*ये देकर फिर सुनाते हैं।*
*किया एहसान जो एक बार,*
*वो लाख बार जताते हैं।*
*है जिनके पास कुछ दौलत, समझते हैं खुदा हैं हम।*
*ऐ बन्दे तू माँग श्याम मुरलीवाले वाले से,*
*जहाँ माँगने वो भी जाते हैं।*
***🙏जय श्री राधे कृष्णा जी🙏***
*⚘⚘शुभ रात्रि⚘⚘*