# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .अवरोधन **
** कविता **
खिलखिलाते जीवन में ,अवरोध मत बनें ।
प्यार में बढ़ते कदम ,में रुकावट मत बनें ।।
खिलते फूल को ,पैरों तले कूचल न दें ।
बहारें आने से पहले ,नाउमीद न करें ।।
नयनों को लडने से ,पहले अवरोध न बनें ।
प्यार की बारिश में ,ओले न गिरायें ।।
बहकते कदमों को ,गिरने से बचायें ।
दिल जले को ,आंसू ओर न दें ।।
किसी के सहारे ,में अवरोध न बनें ।
प्यार के फूल को ,खिलने से मत रोकें ।।
चाहत के फूलों ,को महकने दें ।
दोस्ती में कभी ,अवरोध न बनें ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।