ढूंढती हूं खोजती हूं खुद को में टटोलती हूं।
हूं खुली किताब हूं या हूं में कोई राज़।
हूं में कोई रोशनी या हूं अंधेरी रात।
ढूंढती हूं खोजती हूं खुद को में टटोलती हूं।
खुशियों की लड़ी हूं या गमो की हूं बरसात।
प्रेम की धारा हूं या कड़ी तलवार।
ढूंढती हूं खोजती हूं खुद को में टटोलती हूं।
हूं निशब्द में या हूं कोई अल्फ़ाज़
हूं में इस पथ की पथिक या हूं कोई मेहमान।
ढूंढती हूं खोजती हूं खुद को में टटोलती हूं।
ढूंढ के में हारी हूं कोई मिले मुझे पहचान
ज्योति हूं हा वो ज्योति हूं जो है ईश्वर का वरदान।
हां जान गई ।
हां जान गई।
ढूंढती हूं खोजती हूं खुद
को में टटोलती हूं।