मिलना तो दूर रहा उनका
वो मुझे सुनने को भी नहीं आते
न जाने क्या खता हुई कि
नज़र का मिलाना भी सितम लगता है।
और जो इतने ही बुरे थे हम
तो क्यूं मोहब्बत की थी
मोहब्बत में तो, दिल का लगाना भी
जुर्म होता है।
की कब तलक हमसे नजर चुराएंगे वो
की हमारी कमी से तो घर भी जहन्नुम लगता है।
Arjuna Bunty