तुम कितने सभ्य और संस्कारी हो ये बताने की ज़रूरत नहीं है
तुम हमेशा काम ही ऐसे करते हो ये तारीफ़ करने की जरूरत नहीं है
#सभ्य

Hindi Poem by Singh Srishti : 111460931

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