जब वह मेरे करीब होता है
वह समां क्या अजीब होता है
हाई बेचारगी पतंगे की
कैसे कुर्बान गरीब होता है
गम को दिल से लगा कर क्यों न रखूं
यह तो मेरा हबीब होता है
आपका इसमें कोई दोष नहीं
अपना अपना नसीब होता है
दिल में आकर तो जानेमन देखो
दिल का आलम अजीब होता है
ऐ अदम दर्द मीट ही जाएगा
क्यों परेशान तबीब होता है