साथ अपनों का
अकेले चलने नहीं देता
दूरियां कितनी भी हों
अपनेपन का अहसास
सदा देता है
फासलों को ,
पल भर में मिटा देता है
साथ अपनों का ही
लड़ने का हौसला देता है
फासला जितना गहरा होता है
साथ का अहसास भी
उतनी मिठास देता है
सिर्फ एक अहसास भी
सुकूँ से भर देता है
साथ अपनों का ,अपनों की
परवाह को जता देता है