# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .बेवकूफ "
# कविता **
संसार हर किसी को बेवकूफ ,बनाने में माहिर है ।
मूर्ख व्यक्ति ही जल्दी ,से बेवकूफ बन जाते है ।।
भोले भाले लोग ,इसका ज्यादा शिकार होते है ।
कुछ व्यक्ति बेवकूफ मनाने ,में माहिर होते है ।।
बेवकूफ बना कर ,अपना उल्लू सीधा करते है ।
सब कुछ लूट कर ,ले जाते है ।।
भोले भाले लोग सिर्फ ,आंसू बहा कर रह जाते है ।
कुछ शातीर ऐसे ही ,काम करते है ।।
बातों बातों में ,सब कुछ लूट लेते है ।
कुछ आँखों के इशारे से ,ही बेवकूफ बनाते है ।।
व्यक्ति को आवश्यकता से अधिक ,सरल नहीं होना है ।
संसार में कुछ सरलता का ,भी लाभ उठाते है ।।
ऐसे लोगो का जीगर ,मर चुका होता है ।
बेवकूफ बनाना ,अच्छा काम नही है ।।
बेवकूफ बनाने वाला ,अपने को माहिर उल्लूबाज समझता है ।
कहता बृजेश ऐसे लोगों ,से सावधान रहने में भलाई है ।।
बृजमोहन रणा ( बृजेश ) ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।