समझो ना मुझको भाई तुम गंजा
कभी बाल मेरे कराते थे दंगा
जुल्फें मेरी लहराती
गंजो का दिल सुलगाती
नाई चाचा का हुआ टोटा
जबसे आया है कोरोना
मुसीबत हो गये ये बाल
करते मुझसे रोज सवाल
काटो इनको तुम जल्दी
अब सही न जाए गर्मी
बालों ने कर डाला विद्रोह
त्यागा मैंने इनका मोह
ट्रिमर लेकर मैंने भाई
कर डाली सफाई
मैं भी हूं आज गंजा
सब बोले मुझको गंजा