# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .न्याय "
** विधा. कविता **
गरीबों को न्याय ,कब तक मिलेगा ।
उनका पालनहार ,कौन बनेगा ।।
दर दर भटकना ,बंद कब होगा ।
गरीबों की रोजी ,कौन देता रहेगा ।।
गरीबों को कब तक ,ऐसे ही भटकना पडेगा ।
उनके जीवन का ,मूल्य कौन समझेगा ।।
धनवानों के पैर तले ,कब तक कुचला जायेगा ।
उनके मुँह की रोटी ,कब तक छिनता रहेगा ।।
स्वतंत्रता ,सम्मान ,उनको कब मिलेगा ।
ईश्वर भी न्याय ,कब तक करेगा ।।
अन्यायी को दंड़ ,क्यूँ नही देता ।
मानवता कब तक ,लाचार रोती रहेगी ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।