#न्याय
क्या सही न्याय क्या हुआ किसी का हक मिलना या किसी से कुछ छिन कर किसी को देना क्या यही न्याय है!
न्याय के कई प्रकार होते है! आज भी हम 2020 में जी रहे हो परंतु आज भी देश और दुनिया में कई अजीबों गरीब प्रथाए है जहाँ प्रथा के नाम पर कई अत्याचार होता है आज आपको ऐसी ही प्रथा के बारे में बताए गे!
देशों में महिलाओं से जुड़ी कुप्रथाएं आज भी चली आ रहीं है। कुछ प्रथाएं तो ऐसी हैं, जिनके बारे में सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाए कि क्या सच में ऐसा होता है। आज हम आपको के कुछ गावों में मानी जाने वाली एक ऐसी प्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे।जहां महिलाओं को किराए पर अपनी बीवी बनाने का रिवाज है! हैरानी की बात है कि किराए पर बीवी की कुप्रथा आज से नहीं बल्कि पिछले कई दशकों से लगातार यूं हीं चली आ रही है लेकिन आज तक किसी ने इसके खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश नहीं की।यह कहने की बात नहीं कि ‘धड़ीचा प्रथा’ बेहद अजीब है लेकिन ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई गांव में लड़कियों का बहुत कमी है। कुछ लोग तो लड़कियां पैदा होते ही उन्हें मार देते हैं वहीं कुछ गर्भ में ही लड़कियों को मार देते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए कुछ लोग अपने घर की लड़कियों को किराए पर देते हैं। खबरों की मानें तो लोगों ने इस प्रथा को अपना धंधा बना लिया है। पर अगर भ्रूण हत्या देशभर में नहीं रोकी गई तो ऐसी प्रथाए और भी बनेगी। ऐसा भी हो सकता है कि वो प्रथाएं इससे भी ज्यादा बदतर हो। कई लड़की या है । जिनके ऊपर कई पाबंदीया लगाई जाती है और क्यों ? आखिर ऐसी प्रथाओ से न्याय नहीं मिलता स्त्रीयों को ! जहाँ आज इस महामारी के संकट में भी घरेलु हिंसा की शिकार हुई कई महिलाओं ने आत्महत्या कर ली और कई ऐसी भी होती है !जो सब कुछ बर्दाशत करने के बाद भी रहती है! आखिर न्याय क्यो नही मिलता नारी को चाहे बलात्कार का केस हो सालो लग जाते है न्याय करने में के अपराधी की सजा निश्चित करने में पर न्याय सही वक्त पर नही मिलता!
" न्याय में इतना विलम्ब नहीं होना चाहिए
कि वह अन्याय लगने लगे "