हम ने ये सोचके ख़्वाब तोड़ दिए है ,
के कोई और इसे पा सके ।
जब हम जरूर ही नही उनकी की ,
फिर कोसीश ही क्यों करे के हम उनको पा सके ।
यार ...बड़ा ज़लील हो के रह गया ,
शायद ही फिर इज़्ज़त को पा सके ।
पर संतुष्टि होगी हम को तब ज्यादा होगी बेशक ,
हम से भी ज्यादा कही और प्यार और इज़्ज़त पा सके ।
यार ...खुश रहना आदात नही इबादत है मेरी ,
खुशनसीब होंगे गर हमारी खुशी पा सके ।
हम तो खुश्बू है जी कही भी भेल जायँगे ,
अच्छा होगा गर वो अपनी हंसी पा सके ।
यार....उनको एहसास ही नही की वो कँहा खोये है ,
करिश्मा होगा गर तो वो खुद को पा सके ।
अवनि को लेकर ऐसे खो गए है सितारों को के बीच ,
"हृदय " की धड़कन शायद ही फिर से पा सके ।