क्या परिचय दु मे उस फरीसते का ......
खुद जलते रहे धुप में और इस फुल मुरजाने ना दिया ।
ईस छोटे से छोड़ को सींच के अच्छा पौधा बनाया ।
मुरजा जाता ये छोटा सा फुल तो साया बनके साथ चले ।
खुद सहेते रहे दु:ख और ईस फुल को देते रहे खुशी ।
ये प्यारा सा फरीसता या नी की पापा
Dear papa 😘😘😘😘😘 .......
Dhara vyas
#परिचय