बाय-बाय टाटा हो गया ...
सपनों के कारोबार मे
अरमान के व्यापार मे
घाटा हो गया
एक साल मे ही उससे,बाय-बाय टाटा हो गया
चाहत की नगर मे
दिलके समंदर मे
ज्वार-भाटा हो गया
एक साल मे ही उससे,बाय-बाय टाटा हो गया
बहुत कुछ दिया था
बहुत कुछ लिया था
काग़ज पर नही
सौदा दिल से किया था
निकली कम वफ़ाऐ जब काटा हो गया
एक साल मे ही उससे,बाय-बाय टाटा हो गया
साथ जीने के वादे
मर मिटने के इरादे
प्यार मे इतिहास
बनाने की वो बाते
बाते ऊंची करता पर वो नाटा हो गया
एक साल मे ही उससे,बाय बाय टाटा हो गया
आंखे हुई है चार
फिर किसीसे एकबार
क्या पता है प्यार
या फिर होगा व्यापार
सुरु प्यार के हाट मे सैर सपाटा हो गया
एक साल मे ही उससे,बाय बाय टाटा हो गया
Sagar...✍️