माँ ...
तू है आसमाँ में कहीं,
तेरे बिन अकेली हूं,
सब कहते माँ, मैं तेरे जैसी हूं
आइने में खुद को सवारती
तेरी तस्वीर को निहारती
तेरी प्यार भरी आंखों में
रहती हूं खुद को तलाशती
तेरे लाड़ दुलार की जनमसे प्यासी हूं
सब कहते माँ, मैं तेरे जैसी हूं
एक बात याद है सबको
तुमने परी कहा था मुझको
सीने से मुझे लगाकर
चूमा था मेरे माथे को
महसूस तेरे एहसास को करते सोती हूं
सब कहते माँ, मैं तेरे जैसी हूं
खुशनसीब है कितने सारे
जिन्हें माँ ओठो से पुकारे
अगर तू जो साथ होती
होते हसीन कितने नजारे
मनभर आए तो हल्का रोके करती हूं
सब कहते माँ, मैं तेरे जैसी हूं