जीयें हम बेउसुल है, नज़र ए हाल दुनिया
अपनी हस्ती है मिटाना ,नज़र ए हाल दुनिया
वफा बहुत की है ,जफाभी बहुत की है हमने
बेदाग गुज़रा जमाना, नज़र ए हाल दुनिया
छुकर दिल की तमन्ना, नीकले हुश्न वाले यहॉ
तकदीर का शरमाना, नज़र ए हाल दुनिया
उलफत के आयने मैं, बेसुमार हसीन हुशन है
नज़र का नूर आज़माना, नज़र ए हाल दुनिया
बेशक हम तो फकीर है, जोली फैलाये खडे है
हक्क हकीकी कारनामा, नज़र ए हाल दुनिया